पुरुषों में टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन क्या होता है?
पुरुषों में टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन क्या होता है?
https://ift.tt/3BEGv6T
https://ift.tt/3mMj1q9
डॉ. अशोक गुप्ता, सवाल: मैं एक 27 वर्षीय नौकरीपेशा युवक हूं। मैंने पुरुषों में टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन के बारे में सुना है। यह क्या होता है? मेरे कुछ फ्रेंड्स ने मुझे कहा कि जब किसी पुरुष की सेक्स लाइफ़ ख़तरे में पड़ जाती है और उनके नपुंसक होने का ख़तरा बढ़ जाता है, तो यह टेस्ट किया जाता है। क्या यह बात सही है? कृपया मुझे इस बारे में विस्तार पूर्वक समुचित जानकारी दें। जवाब: महिलाओं के सेल्फ ब्रेस्ट्स एग्जामिनेशन की भांति पुरुष अपने टेस्टिकल्स (वृषण-शुक्राणु बनानेवाले अंग) की स्वयं जांच कर उनमें किसी प्रकार की विसंगति का पता कर सकते हैं। इसे टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन (टीएसई) कहते हैं। जानिए टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन के बारे में टेस्टिकुलर सेल्फ एग्जामिनेशन महीने में एक बार सिर्फ 3 मिनट में की जानेवाली सामान्य सी जांच है। यह एक हेल्दी आदत है और इसे नियमित तौर पर करना चाहिए। टीएसई करने का सबसे सही समय गुनगुने पानी से स्नान करने के बाद का होता है, जब स्क्रोटम स्किन यानी वृषणों की थैली की त्वचा अत्यंत सहज अवस्था में होती है। सही तरीके से टीएसई करने के लिए निम्नलिखित आसान स्टेप्स पर अमल करना चाहिए:
- टीएसई एक बार में एक टेस्टिकल की करें, फिर दूसरे टेस्टिकल की करें।
- टेस्टिकल की जांच करते समय दोनों हाथों का इस्तेमाल करें।
- अपनी उंगलियों को टेस्टिकल के पीछे रखें, जबकि आपके अंगूठे टेस्टिकल के आगे के हिस्से पर हों।
- अंगूठे और उंगलियों के बीच वृषणों की धीरे-धीरे घुमाएं। आमतौर पर नॉर्मल होने पर ये स्मूथ और स्पंजी होते हैं। लेकिन यदि आपको टेस्टिकल के अग्रभाग या बगल में कोई सख्त गांठ या दाने जैसा महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- बेहतर होगा कि जबतक इलाज चले, तबतक सेक्सुअल रिलेशन बनाने से बचना चाहिए।
https://ift.tt/3BEGv6T
https://ift.tt/3mMj1q9
Comments
Post a Comment